Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot Timing चित्रकूट, हिन्दुओं की श्रद्धा का अनूठा केंद्र, जहाँ भगवान श्रीराम ने साढ़े ग्यारह वर्ष तक देवी सीता और लक्ष्मणजी के साथ वनवास बिताया था। चित्रकूट की धरती पर, प्रभु श्रीराम की ध्यान स्थली में एक अद्वितीय मंदिर है,
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जहाँ भगवान राम के रूप में कामतानाथ प्रतिष्ठित हैं। इस स्थान पर विश्वास है कि भक्तों की सभी मांगें पूरी हो जाती हैं।
Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot Timing & मंदिर के बारे में
दोस्तों यह यह उत्तर प्रदेश के चित्रकूट और मध्य प्रदेश के सतना जिले की सीमा पर स्थित है जैसे की इस कामदगिरि, चित्रकूट तीर्थ स्थल कुछ भाग उत्तर प्रदेश में और कुछ हिस्सा मध्य प्रदेश में आता है।
Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot Timing इसलिए जो कानून व्यवस्था दोनों प्रदेश अपने-अपने क्षेत्र में सम्हालते हैं. और जैसे कामदगिरि, चित्रकूट तीर्थ स्थल से कानपुर सेंट्रल स्टेशन से चित्रकूट धाम (कर्वी ) रेलवे स्टेशन की दूरी 213 किलोमीटर है।
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Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot Timing & मंदिर का इतिहास
चित्रकूट के कामदगिरि पर्वत पर हम बात कर रहे हैं। यहाँ के कामदगिरि मंदिर में भगवान राम के स्वरूप, कामतानाथ, विराजमान हैं।
प्राचीन काल में, त्रेतायुग में, जब भगवान राम, माता सीता, और लक्ष्मण अपने वनवास के लिए गए तो उन्होंने लगभग 11 वर्षों तक चित्रकूट में व्यतीत किए।
Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot Timing इस अवधि में, चित्रकूट साधु-संतों और ऋषि-मुनियों की प्रिय स्थान बन गया था। Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot Timing
फिर, भगवान राम ने चित्रकूट को छोड़ने का निर्णय किया। पर्वत उसके इस निर्णय से दुखी हो गया और उसने भगवान राम से कहा कि जब तक वे वनवास में यहाँ रहेंगे,
तब तक यह भूमि अत्यंत पवित्र मानी जाएगी। लेकिन उनके जाने के बाद, कौन इस भूमि को पूछेगा?
भगवान राम ने उस पर्वत को एक विशेष वरदान दिया – उसे कामद बना दिया, जिसका अर्थ है कि वह अब हर किसी की मनोकामनाओं को पूरा करेगा। जो भी उस पर्वत की परिक्रमा करेगा, उसकी सभी इच्छाएं पूरी होंगी, और
वहां के विराजमान हुए कामतानाथ भगवान राम के ही स्वरूप में हैं। इसी कारण उस पर्वत को “कामदगिरि” कहा जाता है।
इसके अतिरिक्त, कामदगिरि की एक खासियत यह है कि जहां से भी देखो, उसका आकार धनुष की तरह ही दिखाई देता है।
Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot मंदिर खुलने का समय
Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot Timing और मंदिर खुलने का समय यह रहता है
सुबह दर्शन का समय: | सुबह 5 बजे से दोपहर 12 बजे तक |
दोपहर दर्शन का समय: | दोपहर 2.30 बजे से रात्रि 8.00 बजे तक। |
Shri Kamta Nath मंदिर के आसपास घूमने की बेहतरीन जगह
दोस्तों आप अगर Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot दर्शन करने आते है तो मंदिर के आसपास की जगह बारे आपको पता नहीं होगा
लेकिन हम आपको ऐसी बहोत सारी जगह का नाम बतायेगे की आप एक बार वहा जरूर से विजिट कर सकते है
दोस्तों यह चित्रकूट धाम हिंदुओ के पवित्र धार्मिक स्थलों में से एक है। जैसे की यह चित्रकूट को भारत का प्रमुख धार्मिक स्थल माना जाता है इसका शहर का वर्णन वाल्मीकि रामायण में देखने को मिलता है।
- कामदगिरि पर्वत चित्रकूट
- लक्ष्मण पहाड़ी
- रामघाट चित्रकूट
- गुप्त गोदावरी
- हनुमान धारा
- स्फटिक शिला
- वाल्मीकि आश्रम
- भरत मिलाप
- भरत कूप
- जल प्रपात और दंतेवाड़ा काली माता मंदिर
- सती अनुसुइया
- जानकी कुंड चित्रकूट
Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot मंदिर में विजिट करने के लिए अच्छा समय
दोस्तों Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot यह पवित्र शहर में जाने का सबसे अच्छा समय जुलाई से मार्च के बीच आप विजिट कर सकते है।
जैसे की ‘कई आश्चर्यों की पहाड़ी’ चित्रकूट सही मायने में भगवान राम के साथ उनकी पत्नी सीता और भाई लक्ष्मण की पवित्रता को सही ठहराता है
Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot मंदिर कैसे पहुंचें
दोस्तों आप Shri Kamta Nath Mandir Chitrakoot आने के लिए रेलवे निकटतम हवाई अड्डा खजुराहो हवाई अड्डा
- रेलवे स्टेशन से दूरी: 12 किमी, रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद आपको स्टेशन के बाहर बहुत सारी शेयरिंग और प्राइवेट टैक्सियाँ मिलेंगी।
- निकटतम हवाई अड्डा खजुराहो हवाई अड्डा है, जो लगभग 175 किमी दूर है। मंदिर से लगभग 10 किमी दूर, चित्रकूट धाम (कार्वी) निकटतम रेलवे स्टेशन है।
कामतानाथ मंदिर में कौन से त्यौहार मनाये जाते हैं?
कामतानाथ मंदिर में कई महत्वपूर्ण हिंदू त्योहार बड़े उत्साह के साथ मनाए जाते हैं।
इनमें से प्रमुख हैं राम नवमी, भगवान राम का जन्मदिन, और दिवाली, रोशनी का त्योहार, जो अपने वनवास के बाद भगवान राम की अयोध्या वापसी का प्रतीक है।